About Raunak Karn || रौनक कर्ण कौन है || Raunak Kumar Karn
About the Author
यह पृष्ठ एक सामान्य ग़ज़ल लेखक के बारे में है, जो कि
हिंदी साहित्य में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर
रहे हैं। इनकी ग़ज़लों का शानदार अंदाज, शब्दों का
उनके अंतर्निहित अर्थों को स्पष्ट करने की क्षमता और
एक अलग-अलग तरह की ताकत इन्हें पढ़ने में एक
अनोखी आनंद देती हैं।
दोस्तों रौनक कर्ण जो की "Opal Poetry Media Company" के संस्थापक है।
आप इन्हें पढ़ना चाहते हैं तो इनकी किताब पढ़ सकते हैं:-
' अंधेरे में परछाई ' (अगर आप pdf चाहते है तो हमें ईमेल करें)
इनकी नई किताब ' बदनाम नाम न होंगे तो नाम न होगा ' जो की इसी साल कुछ दिनों पहले ही पब्लिश हुई हैं अगर आप पढ़ना चाहते हैं तो दिए गए लिंक से खरीद सकते हैं।
अगर आप इस किताब का सैंपल देखना चाहते हैं तो दिए गए लिंक से देख सकते हैं।
उन्होंने Opal Poetry नए लेखकों के लिए शुरू किया है। वो नए और बेहतर लेखकों के रचनाओं को सभी सोशल मीडिया और साथ ही अपने वेबसाइट पे मुफ़्त में पब्लिश करते हैं। नए लेखकों को किताब प्रकाशित करवाने में उनकी मदद करते है।
वो अपने इस विजन को आगे और बेहतर और ऊपर लेकर जाना चाहते है और इसकी कोशिश में लगे हुए है।
आप पॉडकास्ट को नीचे दिए लिंक से सुन सकते है।
आप रौनक कर्ण जी से यहां से जुड़ सकते है।
FACRBOOK :- @raunakkarn555
INSTAGRAM :- @raunakkarn555
EMAIL :- raunakkarn555@gmail.com