Humein Apnon Ne Bhi Bola Are Tu To Paraya Tha - A Ghazal by Raunak Karn
October 21, 2024
Humein Apnon Ne Bhi Bola Are Tu To Paraya Tha | Raunak Karn
By Raunak Karn - Celebrated Poet
ग़ज़ल
हमें अपनों ने भी बोला अरे तू तो पराया था
तिरे जो संग रिश्ता था वो तो बस इक तमाशा था
तेरी मुस्कान को हमने ही आँखों में सजाया था
उसी ने चाह को फिर से ठिकाने तब लगाया था
जिसे भी शौक़ से देखा किया मैंने ज़माने में
उसी ने यार मुझको बस सताया है सताया था
A poignant exploration of familial ties, unrequited love, and the pain of feeling like an outsider. Raunak Karn captures the essence of heartbreak and the bittersweet nature of relationships in this evocative ghazal. |