Tumhe Kya Bataun Ki Kaisi Hai Duniya: Raunak Karn's Deep Dive into Life's Realities

Tumhe Kya Bataun Ki Kaisi Hai Duniya | Raunak Karn

Tumhe Kya Bataun Ki Kaisi Hai Duniya

By Raunak Karn - Celebrated Poet

ग़ज़ल

तुम्हें क्या बताऊँ कि कैसी है दुनिया
बग़ीचे में काँटों के जैसी है दुनिया

मुझे लूट करके बहुत ख़ुश हुए हैं
नहीं जानता था कि ऐसी है दुनिया

हो कोई गिरा मानो दलदल में जैसे
हक़ीक़त में बिलकुल ही वैसी है दुनिया

A poignant reflection on the harsh realities of life and the bittersweet nature of love, highlighting Raunak Karn's poetic mastery.